अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि ‘हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए अपनी जान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल पर गए. इनमें पीएलए (चीनी सेना) के साथ झड़प में जान गंवाने वाले 20 जवान भी हैं. भारत की अखंडता और स्वतंत्रता की लड़ाई में अमेरिका उसके साथ खड़ा है.’
माइक पॉम्पियो ने पहले भी गलवान झड़प को लेकर चीन पर कई बार हमले किए हैं. उन्होंने कुछ वक्त पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि चीन विस्तारवाद की रणनीति अपना रहा है और इसके खिलाफ भारत खड़ा है.बता दें कि माइक पॉम्पियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर सोमवार को अहम टू प्लस टू वार्ता के लिए भारत पहुंचे हैं. इस वार्ता के दौरान दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र और सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी संबंध बढ़ाने के लिए कई बड़े समझौते किए हैं.