
उत्तराखंड में बढ़ते महिला अपराधों के विरोध में महिला कांग्रेस ने सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में राजभवन का घेराव किया। भारी बारिश के बीच बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता हाथीबड़कला स्थित बेरिकेडिंग तक पहुंचीं, जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई और धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध तेजी से बढ़े हैं। हत्या, बलात्कार और अन्य जघन्य अपराधों की घटनाओं से देवभूमि की गरिमा को ठेस पहुंची है। उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि इन वर्षों में बलात्कार की 1822 घटनाएं, 318 अज्ञात महिलाओं के शव और 10500 महिलाओं के लापता होने के मामले सामने आए, जिनमें से सैकड़ों अभी भी लापता हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद से राज्य में अपराधों का सिलसिला नहीं थमा और कई मामलों में सत्तारूढ़ दल के नेताओं की संलिप्तता के कारण पुलिस बेबस है। हरिद्वार की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा पदाधिकारी अनामिका शर्मा का जेल से मोबाइल पर बातचीत का वायरल ऑडियो बताता है कि अपराधियों को जेल में भी सुविधाएं दी जा रही हैं।
रौतेला ने कहा कि महिला कांग्रेस राज्यपाल के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचा रही है, लेकिन सरकार आंदोलनों को पुलिस बल से दबाना चाहती है। महिला कांग्रेस सरकार की अपराधियों को संरक्षण देने की नीति के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष नजमा खान, चन्द्रकला नेगी, प्रदेश महासचिव पुष्पा पंवार, पूनम सिंह, अनुराधा तिवारी, अमृता कौशल, दीपा चौहान, डिंपल, सुकन्या, शशि, भावना शर्मा, राज बाला, सावित्री देवी, रानी, मनोज, पूनम, संध्या, अन्नू, राजकुमारी, शीला देवी, आशिया आदि अनेक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।