
उत्तराखंड सरकार ने बच्चों के लिए प्रतिबंधित किए गए कफ सिरप की बिक्री पर सख्ती बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने प्रदेशभर में औचक निरीक्षण अभियान तेज कर दिया है।
देहरादून क्षेत्र में औषधि विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोरों एवं शिशु रोग अस्पतालों के मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान Dextromethorphan Hydrobromide, Chlorpheniramine Maleate और Phenylephrine Hydrochloride युक्त प्रतिबंधित पेडियाट्रिक कफ सिरप पाए जाने पर इन्हें जब्त कर परीक्षण के लिए राज्य औषधि प्रयोगशाला भेज दिया गया। कुल 06 नमूने एकत्रित किए गए हैं।
अपर आयुक्त एफडीए एवं ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चों की सेहत को जोखिम से बचाना है। उन्होंने कहा कि जिन स्टोरों पर प्रतिबंधित दवाएं पाई गईं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल प्रमाणित और सुरक्षित औषधियाँ ही बाजार में उपलब्ध होंगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “सरकार की प्राथमिकता प्रदेशवासियों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराना है। सभी चिकित्सा संस्थानों और दुकानों का नियमित निरीक्षण किया जाएगा।”
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि नियम उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जनता को किसी भी संदिग्ध दवा की सूचना देने के लिए कहा है।
यह अभियान उप औषधि नियंत्रक हेमंत सिंह नेगी के नेतृत्व में जारी है और प्रदेश के सभी जिलों में इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।