जेरूसलम | 8 नवम्बर 2025
खुफिया जगत में लंबे समय तक गुप्त रह रहे ऑपरेशन का खुलासा हुआ है, जिसमें इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में मोसाद ने अपनी महिला एजेंट टीम, जिसे ‘लेडी ब्रिगेड’ कहा जाता है, का इस्तेमाल किया।
जानकारी के अनुसार, इस टीम में चुनी गई महिलाएँ इतनी आकर्षक और प्रशिक्षित थीं कि वे अपने लक्ष्य को मानसिक रूप से भ्रमित कर सकती थीं। इसके बाद उन्हें ईरान में न्यूक्लियर साइंटिस्ट्स तक पहुँचाने के लिए भेजा गया।
ऑपरेशन की प्रमुख बातें
- मोसाद की लेडी ब्रिगेड ने ईरान के 9 न्यूक्लियर साइंटिस्ट्स को अपना निशाना बनाया।
- एजेंट्स ने न केवल वैज्ञानिकों से संवेदनशील जानकारी जुटाई, बल्कि उनके निजी जीवन और संपर्कों तक भी नजर रखी।
- यह जानकारी इजरायल को एयरस्ट्राइक के सटीक स्थानों का निर्णय लेने में मददगार साबित हुई।
- ऑपरेशन के दौरान एजेंट्स दुश्मन की नजरों के सामने रहती थीं, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला।
मोसाद के इस ऑपरेशन ने साबित किया कि आधुनिक खुफिया युद्ध में ‘हनीट्रैप’ और मानसिक रणनीति’ भी हथियार की तरह काम कर सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस खुलासे से यह स्पष्ट हुआ कि ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम पर अंतरराष्ट्रीय निगरानी कितनी महत्वपूर्ण है और खुफिया एजेंसियों की भूमिका कितनी निर्णायक हो सकती है।
