मनिला, 10 नवंबर: फिलीपींस सदी के सबसे भीषण संकट का सामना कर रहा है। सुपर टाइफून फंग-वोंग (स्थानीय नाम: उवान) के खतरे के चलते अब तक 10 लाख से अधिक लोगों को उनके घरों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। यह तूफान दशकों के सबसे शक्तिशाली तूफानों में से एक माना जा रहा है।
हाल ही में फिलीपींस ने तूफान कालमेगी की तबाही का सामना किया था, जिसमें 200 से अधिक लोगों की जान गई थी। इस अनुभव के बाद सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने में कोई जोखिम नहीं लिया।
फंग-वोंग ने रविवार को पूर्वोत्तर फिलीपींस में पहले ही तबाही मचानी शुरू कर दी थी। इससे बड़े इलाके में बिजली गुल हो गई और मौसम विभाग ने देश के कुछ हिस्सों में “जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली स्थितियों” की चेतावनी जारी की। PAGASA ने बताया कि तूफान रविवार रात तक ऑरोरा प्रांत तक पहुँच सकता है, जिसमें हवाओं की गति 185 किलोमीटर प्रति घंटे (115 मील) से लेकर 230 किलोमीटर प्रति घंटे (143 मील) तक हो सकती है।
कैटांडुआनेस, कैमरिन्स सुर और ऑरोरा प्रांत में उच्चतम अलर्ट स्तर सिग्नल संख्या 5 जारी किया गया, जबकि मेट्रो मनीला और आसपास के प्रांतों में सिग्नल संख्या 3 का अलर्ट है। फंग-वोंग की 1,600 किलोमीटर चौड़ी वर्षा और हवा की पट्टी दक्षिण-पूर्व एशियाई द्वीपसमूह के दो-तिहाई हिस्से को प्रभावित कर सकती है।
राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने तूफान कालमेगी की तबाही और फंग-वोंग के संभावित प्रभाव को देखते हुए आपातकाल की घोषणा कर दी है। पूर्वोत्तर प्रांतों के उच्च जोखिम वाले गांवों से 9,16,860 से अधिक लोगों को निकाला गया है, जिनमें बिकोल तटीय क्षेत्र भी शामिल है, जो प्रशांत महासागर के चक्रवातों और ज्वालामुखी के कारण संवेदनशील माना जाता है।
रक्षा सचिव गिल्बर्ट टेओडोरो जूनियर ने चेतावनी दी कि लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाए ताकि बचावकर्मियों की जान जोखिम में न पड़े।
फिलीपींस में 185 किमी/घंटा या उससे अधिक की निरंतर हवाओं वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को सुपर टाइफून कहा जाता है। फंग-वोंग की यह ताकत इस बार देश के लिए गंभीर चुनौती साबित हो रही है।
