थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर जारी भीषण संघर्ष में गुरुवार तक दोनों पक्षों ने मिलाकर कम से कम 24 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जिनमें 12 आम नागरिक शामिल हैं। यह पहली बार है जब इस लड़ाई में नागरिकों की मौत का आधिकारिक आंकड़ा सामने आया है। थाई सेना ने कहा कि 9 सैनिक और 3 नागरिक मारे गए, जबकि कंबोडिया ने 9 नागरिकों की मौत की पुष्टि की।
दोनों देशों के बीच यह विवाद सदियों पुराने क्षेत्रीय दावों को लेकर है। सीमा पर हुई ताजा झड़पें रविवार को शुरू हुईं, जब दो थाई सैनिक घायल हुए थे और जुलाई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से लागू हुए युद्धविराम का उल्लंघन हुआ।
थाई सेना का आरोप है कि कंबोडिया ने तोपखाने और मोर्टार से थाई चौकियों पर हमला किया, जबकि कंबोडिया का कहना है कि ये सुरंगें 1999 में समाप्त हुए गृहयुद्ध की बचे हुए अवशेष हैं।
दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हवाई और रॉकेट हमले किए। थाई सेना ने जेट फाइटर से हमला किया, जबकि कंबोडिया ने 30-40 किलोमीटर मारक क्षमता वाले BM-21 रॉकेट लॉन्चर तैनात किए। थाई सेना के अनुसार, बुधवार तक कंबोडियाई सेना ने 3,160 रॉकेट दागे और 122 बार तोपखाने का इस्तेमाल किया।
पोप लियो XIV ने इस संघर्ष पर गहरी चिंता जताई और प्रभावित लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की। ट्रंप ने भी कहा कि वे दोनों नेताओं से संपर्क कर युद्धविराम लागू कराने की कोशिश करेंगे।
यूनेस्को ने प्रीह विहार मंदिर, जो विश्व धरोहर स्थल है, की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। यह मंदिर सीमा विवाद का केंद्र है और 1962 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने इसे कंबोडिया को सौंपा था।
वर्तमान स्थिति
- थाईलैंड और कंबोडिया की सेनाओं के बीच लड़ाई जारी है।
- सैकड़ों-हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
- विवाद का मूल कारण 1907 के फ्रांसीसी औपनिवेशिक नक्शे और क्षेत्रीय दावे हैं।
संघर्ष के चलते सीमा क्षेत्र में शांति बहाल करना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
