नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जॉर्डन के दौरे पर हैं। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और सांस्कृतिक, आर्थिक तथा सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है। यह दौरा 37 साल में पहली पूरी तरह से द्विपक्षीय यात्रा होने के साथ-साथ भारत-जॉर्डन के 75 वर्षों के संबंधों की वर्षगांठ पर आयोजित हो रहा है।
दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी को क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला II ने जॉर्डन म्यूजियम तक पहुँचाया, और इस दौरान उन्होंने खुद कार ड्राइव की, जो एक खास स्वागत gesture माना गया। क्राउन प्रिंस पैगंबर मोहम्मद की 42वीं पीढ़ी के सीधे वंशज हैं।
MEA सेक्रेटरी (साउथ) डॉ. नीना मल्होत्रा ने बताया कि दोनों देशों ने सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम 2025-29 को अंतिम रूप दिया। इसके तहत पेट्रा (जॉर्डन) और एलोरा गुफाएं (महाराष्ट्र) के बीच ट्विनशिप समझौता हुआ, जिससे सामाजिक, पर्यटन और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, डिजिटल समाधानों के साझा उपयोग और तकनीकी सहयोग पर भी सहमति बनी।
सुरक्षा क्षेत्र में जॉर्डन ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन दिया और आतंकवाद की सभी रूपों की निंदा की। प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्डन के डी-रेडिकलाइजेशन प्रयासों की सराहना की और दोनों देशों ने उर्वरक एवं फॉस्फेट क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
इस दौरे से भारत-जॉर्डन के राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों में मजबूती आने की उम्मीद है।
