दक्षिण अमेरिका: अमेरिका ने वेनेजुएला के पास अपने सैन्य जमावड़े को बढ़ा दिया है। मंगलवार को दुनिया के सबसे बड़े विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड लैटिन अमेरिका पहुंच गया। अमेरिकी नौसेना बल दक्षिणी कमान के बयान के अनुसार यह पोत कमान के कार्यक्षेत्र में प्रवेश कर गया है।
इस तैनाती का आदेश तीन सप्ताह पहले इस क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए दिया गया था। पेंटागन के प्रवक्ता सीन पार्नेल ने कहा कि पोत की उपस्थिति से अमेरिकी क्षमता बढ़ेगी और अवैध गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी।
वेनेजुएला ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति व्यापक संघर्ष को जन्म दे सकती है। देश ने अपनी राष्ट्रीय सैन्य तैनाती की भी घोषणा की है। वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ट्रंप प्रशासन पर युद्ध की साजिश का आरोप लगाया और कहा कि अमेरिका उनके देश में तख्तापलट की योजना बना रहा है।
अमेरिका के अनुसार, सितंबर की शुरुआत से अमेरिकी सेना ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में कम से कम 20 जहाजों पर हमले किए हैं, जिनमें 76 लोग मारे गए। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में वेनेजुएला के साथ युद्ध की संभावना कम करके आंकी, लेकिन मादुरो के दिनों को गिने-चुने बताया।
रूस ने वेनेजुएला की नौकाओं पर अमेरिकी हमलों की निंदा की और इसे अवैध व अस्वीकार्य बताया।
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका और वेनेजुएला के बीच किसी भी सैन्य टकराव से वेनेजुएला को गंभीर नुकसान हो सकता है।
