
अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने ग्राम स्तर तक पार्टी संगठन को सक्रिय करने का रोडमैप बनाया है। पिछले विधानसभा चुनाव में कारगर रहे पन्ना प्रमुखों के प्रयोग को इस बार भी मूर्त रूप दिया जा रहा है। इस कड़ी में पार्टी राज्य के 11350 बूथों पर पन्ना प्रमुखों की तैनाती में जुट गई है। पन्ना प्रमुखों के अलावा बूथ स्तर की इकाइयों को राज्य एवं केंद्र सरकार की उपलब्धियों और पार्टी की रीति-नीति की जानकारी से लैस करने के मद्देनजर पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी है।विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। बदली परिस्थितियों में उसके सामने वर्ष 2017 जैसा ही प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है तो चुनाव में नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के सियासी कौशल की परीक्षा भी होनी है। इस सबको देखते हुए भाजपा चुनावी तैयारियों में जुट गई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी हाल में भाजपा के साथ हुई समन्वय बैठक में चुनावी प्रबंधन पर खास फोकस करने पर जोर दिया था। इसके तहत ग्राम स्तर तक पार्टी संगठन को सक्रिय किया जा रहा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रत्येक गांव और बूथ स्तर तक भाजपा की इकाइयां हैं, जिन्हें बूस्ट करने करने की कवायद शुरू की गई है। पार्टी की सभी 252 मंडल इकाइयों की इन दिनों चल रही कार्यसमिति की बैठकों में भी इस बात पर खास जोर दिया जा रहा कि अब कार्यकत्र्ताओं को ज्यादा से ज्यादा सक्रिय रहना है। सूत्रों ने बताया कि पिछले चुनाव में मतदाताओं से निरंतर संपर्क करने के मकसद में पन्ना प्रमुखों की तैनाती का प्रयोग सफल रहा था। इसने पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस बार भी पन्ना प्रमुखों पर खास जोर दिया जा रहा है।पार्टी प्रत्येक बूथ की मतदाता सूची के एक-एक पृष्ठ के लिए कार्यकत्र्ताओं को जिम्मेदारी सौंपती है। प्रत्येक पृष्ठ की जिम्मेदारी संभालने वाले कार्यकत्र्ता को पन्ना प्रमुख कहा जाता है। उसका दायित्व अपने पृष्ठ के प्रत्येक मतदाता से निरंतर संपर्क करने के साथ ही उसे पार्टी की रीति-नीति और राज्य व केंद्र सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देना है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के अनुसार जल्द ही पन्ना प्रमुखों की तैनाती कर दी जाएगी। उनसे लगातार संपर्क के लिए बूथ, मंडल व जिला इकाइयों के साथ ही पार्टी के प्रांतीय पदाधिकारियों को भी जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं।