
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विधानसभा की किस सीट से उपचुनाव लड़ेंगे, इसे लेकर ऊहापोह पूरी तरह खत्म हो गया है। मुख्यमंत्री के लिए सीट खाली करने की पेशकश करने वाले चम्पावत से पार्टी विधायक कैलाश गहतोड़ी गुरुवार को विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देंगे।वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं की उपस्थिति में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण को उनके आवास पर अपना त्यागपत्र सौंपेंगे। विधायक गहतोड़ी ने कहा कि उनके क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो, यही उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री धामी भी गुरुवार को चम्पावत के दौरे पर जा रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो-तिहाई बहुमत हासिल किया, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए थे। यद्यपि, भाजपा नेतृत्व ने धामी पर ही विश्वास जताते हुए उन्हें मुख्यमंत्री पद सौंप दिया। ऐसे में धामी को छह माह के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना है।
उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद चम्पावत से विधायक गहतोड़ी ने धामी के लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की थी। यही नहीं, मुख्यमंत्री धामी ने भी दूसरी पारी की शुरुआत में सबसे पहले चम्पावत का ही दौरा किया था।
इस बीच पार्टी के कुछ अन्य विधायकों के अलावा एक निर्दलीय और विपक्ष के एक विधायक ने भी मुख्यमंत्री के लिए सीट खाली करने की पेशकश की थी। तमाम विकल्पों पर विचार के बाद धामी ने चम्पावत को ही चुना। उनके हालिया दिल्ली दौरे में केंद्रीय नेतृत्व ने इसके लिए उन्हें हरी झंडी दे दी।
चम्पावत की जिला भाजपा इकाई की ओर से प्रदेश नेतृत्व को प्रस्ताव दिया गया कि मुख्यमंत्री वहां से उपचुनाव लड़ें। साथ ही विधायक गहतोड़ी ने भी पार्टी को सीट छोडऩे के बारे में सूचित किया।
अब विधायक गहतोड़ी गुरुवार को विधिवत रूप से विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने जा रहे हैं। वह सुबह आठ बजे विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के यमुना कालोनी स्थित शासकीय आवास पर जाकर उन्हें त्यागपत्र सौंपेंगे। विधायक गहतोड़ी ने इसकी पुष्टि की।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब उनके क्षेत्र से विधायक होंगे तो पूरे चम्पावत का चहुंमुखी विकास होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें पद आदि की कोई लालसा नहीं है, बस उनके क्षेत्र का विकास होना चाहिए।