
कोरोना की पहली लहर में स्थगित किए गए जिला योजना समिति (डीपीसी) के चुनाव गुरुवार को संपन्न करा दिए गए। समिति के 30 सदस्य पदों में से 28 पर भाजपा समर्थित प्रत्याशियों का कब्जा रहा। दो पद (मसूरी व डोईवाला) कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों की झोली में आए।देहरादून नगर निगम में डीपीसी के सर्वाधिक 15 पद हैं और सभी भाजपा समर्थित प्रत्याशियों के नाम रहे।
इनमें पार्षद कवींद्र सेमवाल, नंदनी शर्मा, भूपेंद्र सिंह कठैत, रवींद्र (रवि गुसाईं), विनोद कुमार, संजीव मल्होत्रा, अमिता सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, मीनाक्षी मौर्य, अजय सिंघल, कमली भट्ट, राजपाल सिंह, सतीश कश्यप, सुखबीर सिंह बुटोला व आशा भाटी ने जीत हासिल की। नगर निगम ऋषिकेश से पार्षद लव कांबोज व विकास तेवतिया विजयी रहे। नगर पालिका डोईवाला से बलविंदर सिंह ने जीत हासिल की। नगर पालिका विकासनगर से धर्मेद्र ठाकुर व नगर पालिका मसूरी से बलविंदर सिंह विजयी रहे। जिला पंचायत देहरादून की बात करें तो गीताराम तोमर, प्रशांत जैन, वीर सिंह, मदनलाल, गीता चौहान, दयावती, नाजनीन नुसरत, अनीता, रिहाना खातून व रीना रांगड़ ने जीत हासिल की।
निकाय व जिला पंचायत के सदस्यों की संख्या नगर निगम देहरादून, 15 जिला पंचायत, 10 नगर निगम ऋषिकेश, 02 नगर पालिका विकासनगर, 01 नगर पालिका मसूरी 01 नगर पालिका डोईवाला, 01 डीपीसी के चुनाव निरस्त करें महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष और नगर निगम देहरादून के नेता प्रतिपक्ष समेत विभिन्न पार्षदों ने डीपीसी चुनाव का बहिष्कार किया है। कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं ने मतदान स्थल कलक्ट्रेट परिसर पहुंचकर चुनाव निरस्त करने की मांग उठाई। गुरुवार को महानगर काग्रेस के अध्यक्ष लालचंद शर्मा और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष डा. विजेंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में कार्यकत्र्ता कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव की पूर्व सूचना न देकर निर्वाचन की पारदर्शी व्यवस्था को भंग किया गया है। कांग्रेसियों ने जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार को ज्ञापन देकर चुनाव निरस्त करने व मतदान के लिए अगली तिथि तय करने की मांग उठाई।