
कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बुधवार देर शाम को काशीपुर पहुंचे। रामनगर रोड स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता की। पार्टी में गुटबाजी के मुद्दे पर कहा कि विधानसभा चुनाव में काशीपुर के ही कार्यकर्ता यहां से चुनाव लड़ेंगे। काशीपुर की जनता को जो कांग्रेस का विधायक देखने का सूखा है, उसे दूर किया जाएगा।
हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केन्द्र सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। लखीमपुर खीरी की घटना इस बात की तस्दीक करती है। यह हत्या है। क्योंकि हादसे से पहले धमकी दी गई थी। ऐसे में हमारी भी अब दो मांगे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री को बर्खास्त कर हत्यारे को गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा कृषि कानून को रद्द किया जाए। सरकार की नीतियों से उत्तर-प्रदेश और उत्तराखंड खतरे में हैं। गुरुवार को बाजपुर से सितापुर नहीं बल्कि लखीमपुर खीरी तक मार्च किया जाएगा। इस मार्च का उद्देश्य लोकतंत्र, किसान एवं खेती बचाना है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस ने पंजाब में एक दलित कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया, अगर उत्तराखंड में यह दोहराया जाता है तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। किसान और लोकतंत्र विरोधी सरकार के खिलाफ बाजपुर से सुबह 11 बजे से लखीमपुर तक मार्च किया निकाला जाएगा। सीतापुर में प्रियंका गांधी को असंवैधानिक डिडेक्ट तरीके से रखा हुआ था उसके विरोध में सीतापुर तक मार्च करने वाले थे लेकिन उस मार्च को अब लखीमपुर खीरी तक जाएंगे। अन्य प्रदेश में गन्ने का दाम तय कर दिया गया है तो यहां पर भी तत्काल मूल्य तय किया जाए।