
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के भ्रष्टाचार में नाम जुड़ने के बाद उनके करीबी रहे गुप्ता बंधु (राजेश गुप्ता, अजय गुप्ता और अतुल गुप्ता) उत्तराखंड में भी खासे विवादों में रहे हैं।दक्षिण अफ्रीका से फरार होकर भारत आने के कुछ दिन बाद ही आयकर विभाग ने देहरादून स्थित उनके आवास पर मार्च 2018 में छापेमारी कर दी। तब बहुत कम लोग गुप्ता बंधु और उनकी पहुंच से वाकिफ थे।
इसके बाद जब गुप्ता बंधु के बेटों की शादी संवेदनशील उच्च हिमालयी क्षेत्र चमोली के औली में प्रस्तावित हुई तो गुप्ता बंधु खासी चर्चा में आ गए। औली की ढलानों पर शादी के जो इंतजाम उन्होंने किए, उसको लेकर गुप्ता बंधु विवादों में आए। उन पर पर्यावरणीय मानकों के उल्लंघन के आरोप लगे।औली में जून 2019 में करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से यह शाही शादी हुई। शादी के दौरान यहां फैली गंदगी से उपजे विवाद को लेकर गुप्ता बंधुओं को कठघरे में खड़ा किया गया।
इसका संज्ञान नैनीताल हाई कोर्ट ने भी लिया और सरकार का भी जवाब तलब किया। तब कोर्ट ने गुप्ता बंधु को आदेश दिए थे कि वह तीन करोड़ रुपये जमा कराएं, ताकि शादी के दौरान पर्यावरण को पहुंचे नुकसान की भरपाई की जा सके।इसके साथ ही पर्यावरण के लिहाज से बेहद अहम औली क्षेत्र में इस तरह के आयोजन को लेकर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी भी की थी। गुप्ता बंधु का नाम तब भी विवादों में आया था, जब वर्ष 2017 में उत्तराखंड की सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी थी।