
गंगा दशहरा के मौके पर धर्मनगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई है। आधी रात के बाद से ही यहां पर स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी।
श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी पर रात से ही पुण्य की डुबकी लगानी शुरू कर दी थी। हर-हर गंगे, जय मां गंगे के जयघोष के साथ श्रद्धालु गंगा पूजन स्नान और ध्यान करने के बाद दान पुण्य भी कर रहे हैं। मोक्ष की कामना के साथ लोग हरिद्वार पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं कहना है कि भारतवर्ष से कोरोनावायरस जल्द से जल्द समाप्त हो ऐसी गंगा मैया से मनोकामना की है।
मान्यता है कि राजा सागर के पुत्रों के उद्धार करने के लिए राजा भागीरथ हजारों साल तपस्या करके गंगा को स्वर्ग लोक से धरती पर लाए थे। भागीरथ के प्रयास से गंगा शिव की जटाओं से होती हुई जब धरती पर आई तो आज के दिन ही वह ब्रह्मकुंड़ पर पहुंची थी और भगीरथ के पुरखों का उद्धार किय था। इसलिए माना जाता है कि गंगा जब धरती पर अवतरित हुई तब 10 तरह के ग्रहयोग मौजूद थे।
पुलिस प्रशासन के अनुसार देर रात से अब तक चार लाख श्रद्धालु गंगा स्नान कर अपने घर को लौट चुके हैं और यह गंगा स्नान शाम तक इसी प्रकार जारी रहेगा हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड के अलावा अन्य गंगा घाटों पर भी श्रद्धालु लगातार गंगास्नान कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ लगतार बढती ही जा रही है। देर शाम तक श्रद्धालुओं के गंगा स्नान करने का सिलसिला इसी तरह से जारी रहेगा।
गंगा दशहरा स्नान पर्व पर चाक-चौबंद व्यवस्थाओं के लिए पुलिस-प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र को चार सुपर जोन, 16 जोन और 37 सेक्टरों में बांटा है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात करने के साथ ही हर सेक्टर की कमान राजपत्रित अधिकारियों को सौंपी गई है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज के सभागार में अधिकारियों-कर्मचारियों की ब्रीफिंग लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने सोमवती अमावस्या स्नान पर्व का जिक्र करते हुए सबको बधाई दी। उन्होंने कहा कि सोमवती अमावस्या पर्व की तरह ही गंगा दशहरा स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराना है। सोमवती स्नान पर्व के दिन गंगा घाटों पर श्रद्धालु काफी देर तक गंगा में डुबकी लगा रहे थे, जिसकी वजह से अन्य श्रद्धालुओं को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा था। ऐसे में यह ध्यान रखें कि श्रद्धालु स्नान में अधिक समय न लगाएं।
आकस्मिक प्लान का जिक्र करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसका अध्ययन व निरीक्षण जरूर कर लें ताकि तुरंत दी गई व्यवस्था के अनुसार कदम उठा सकें। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को जरूरी जगहों पर एंबुलेंस तैनात करने के निर्देश दिए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने ब्रीफिंग में सोमवती अमावस्या स्नान पर्व के लिए बधाई देते हुए होमवर्क का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि जहां-जहां डायवर्जन है, वहां आपको हर समय सक्रिय रहने की आवश्यकता है। ऐसी व्यवस्था बनाएं कि सभी घाटों पर श्रद्धालु पहुंचे और केवल मुख्य घाटों पर ही भीड़ जमा न हो। टीम वर्क और परिस्थितियों के अनुसार अपने विवेक व अनुभव से निर्णय लें। ब्रीफिंग में एसपी ट्रैफिक हिमांशु वर्मा ने गंगा दशहरा स्नान पर्व के मद्देनजर तैयार की गई योजना और व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, एसडीएम भगवानपुर वैभव गुप्ता, एसडीएम लक्सर गोपाल राम बिनवाल, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, सचिव रेडक्रास डा. नरेश चौधरी आदि उपस्थित रहे।
चार अपर पुलिस अधीक्षक, 17 पुलिस उपाधीक्षक, 17 निरीक्षक/थानाध्यक्षक, 57 उपनिरीक्षक, 20 महिला उपनिरीक्षक, 58 हेड कांस्टेबल, 315 कांस्टेबल, 57 महिला कांस्टेबल, दो यातायात पुलिस-टीआइ, तीन यातायात उपनिरीक्षक, 13 हेड कांस्टेबल, 57 कांस्टेबल, एक प्लाटून फ्लड दल, तीन बीडीएस व श्वान दल, दो अग्निशमन व फायर टैंकर यूनिट समेत तैनात रहेगी।