
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेताओं में सेना और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करने की होड़ लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा इंटरनेट मीडिया में जारी वीडियो भी इसी का हिस्सा है।बलबीर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में बुधवार को मीडिया से बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि राजनैतिक विद्वेष के चलते ही कांग्रेस के शीर्ष नेता ने सैनिकों के डाक मतपत्रों का फर्जी वीडियो जारी किया। बिना किसी पुख्ता प्रमाण और जांच के इतने वरिष्ठ नेता का सैनिकों के मतदान को लेकर चुनाव की गोपनीय प्रक्रिया का वीडियो वायरल करना सेना का अपमान है। उन्होंने कहा कि यह साबित करता है कि दिवंगत जनरल बिपिन रावत के कटआउट लगाकर प्रचार करना कांग्रेस का वीर जवानों के प्रति सम्मान का ढकोसला मात्र था।
कौशिक ने कहा कि जैसे-जैसे सभी बूथों से जमीनी सच्चाई सामने आ रही है, वैसे-वैसे भाजपा की सत्ता में वापसी तय हो गई है। अब कांग्रेस को भी इसका बखूबी अंदाजा हो गया है, इसलिए वह हमेशा की तरह ईवीएम से छेड़छाड़ व डाकपत्रों में धांधली को लेकर बगैर सिर पैर के आरोप लगाकर अभी से हार का ठीकरा संवैधानिक संस्थाओं पर फोडऩे की तैयारी कर रही है। पार्टी में भितरघात को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कौशिक ने कहा कि सभी बातें पार्टी संगठन के संज्ञान में हैं और सही समय पर उचित कदम उठाया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मौजूदा चुनाव में भले ही दो रावत मैदान में न उतर पाए हों, लेकिन दोनों की स्थिति में काफी अंतर है। हरक सिंह रावत वह रावत हैं, जिन्हें पार्टी से निकाल दिया गया।प्रदेश की चौथी विधानसभा में त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरक सिंह रावत सदस्य रहे। इस चुनाव में दोनों ही मैदान में नहीं हैं। दोनों रावतों के बारे में पूछने पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरक सिंह रावत पर यह तंज कसा। अपने बारे में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ऐसे रावत हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए समर्पण भाव से काम किया और अन्य व्यक्तियों को विधानसभा में पहुंचने का मौका देने के लिए स्वयं चुनाव नहीं लड़ा।