उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में परिवीक्षाधीन पीसीएस अधिकारियों से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों का स्वागत करते हुए उनके आगामी प्रशासनिक दायित्वों के लिए शुभकामनाएँ दीं और प्रशासनिक सेवा को केवल नौकरी नहीं, बल्कि जनता के प्रति जिम्मेदारी और सेवा का ‘ईश्वरीय कार्य’ बताया।
मुख्य बिंदु और संदेश
प्रशासनिक सेवा का महत्व:
- मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा अधिकारी राज्य की रीढ़ माने जाते हैं।
- सरकारी सेवा का मूल उद्देश्य जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है।
- प्रशासनिक सेवा को केवल प्रोफेशन न समझें, बल्कि इसे समाज और देवभूमि उत्तराखंड के लोगों के लिए समर्पित सेवा भाव के रूप में अपनाएँ।
युवा अधिकारियों से उम्मीदें:
- आज की युवा पीढ़ी तकनीक और नए विचारों से समृद्ध है।
- प्रशासन में नवाचार, तकनीक का प्रयोग, प्रक्रियाओं का सरलीकरण और जनसंपर्क सुधारने के तरीके अपनाने की आवश्यकता है।
- समस्याओं के समाधान के लिए स्मार्ट और आधुनिक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है।
संपर्क और संवेदनशील प्रशासन:
- जनता प्रशासन से सम्मान, न्याय, सुनवाई और संवेदनशीलता की अपेक्षा करती है।
- अधिकारी हर समस्या को मानवीय दृष्टिकोण से समझें और समाधान के लिए तत्पर रहें।
भौगोलिक और प्रशासनिक चुनौतियाँ:
- उत्तराखंड की पर्वतीय और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियाँ प्रशासनिक कार्य को चुनौतीपूर्ण बनाती हैं।
- अधिकारियों को कठिन परिश्रम और सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने पर जोर दिया गया।
निष्पक्षता और ईमानदारी:
- शासन की योजनाओं और सुविधाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना प्रत्येक अधिकारी का मिशन होना चाहिए।
- अधिकारी हमेशा विनम्र, ईमानदार और निष्पक्ष रहें।
- जनता से जुड़ाव, अच्छा आचरण और सही निर्णय लेने की क्षमता अधिकारी की सबसे बड़ी पूँजी है।
इस अवसर पर सचिवालय प्रशासन के अधिकारी और परिवीक्षाधीन पीसीएस अधिकारी उपस्थित थे।
