ओडिशा के मलकानगिरी जिले में तनावपूर्ण माहौल के बीच जिला प्रशासन ने इंटरनेट बंदी की अवधि 18 घंटे और बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब जिले में इंटरनेट सेवाएं बुधवार दोपहर 12 बजे तक निलंबित रहेंगी। यह आदेश जनपद में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए एहतियातन जारी किया गया है।
मंगलवार को जारी सरकारी आदेश में स्पष्ट किया गया कि जिले में हालात अभी भी संवेदनशील हैं और अफवाहों के जरिए स्थिति और खराब होने की आशंका बनी हुई है। इसी कारण कलेक्टर और जिलाधिकारी के अनुरोध पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यब्रत साहू ने इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित रखने का आदेश जारी किया।
आदेश के अनुसार—
- व्हाट्सएप
- फेसबुक
- एक्स (ट्विटर)
- और अन्य सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
के उपयोग पर 10 दिसंबर दोपहर 12 बजे तक पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यह कदम टेलीकम्युनिकेशन एक्ट 2023 और टेलीकम्युनिकेशन (टेम्परेरी सस्पेंशन ऑफ सर्विसेज) रूल्स 2024 के तहत उठाया गया है।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि बंदी केवल आम उपभोक्ताओं की इंटरनेट सेवाओं पर लागू होगी। जबकि जरूरी सेवाओं को जारी रखने की अनुमति दी गई है। इनमें शामिल हैं—
- सरकारी इंटरनेट और इंट्रानेट सेवाएं (OSWAN, NIC Net, NKN)
- बैंकिंग सेवाएं
- रेलवे
- अन्य आवश्यक सरकारी कामकाज
सरकार ने चेतावनी दी है कि आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जिले में तनाव उस समय बढ़ गया जब एक महिला का सिर कटा शव बरामद हुआ। इस घटना ने दो गांवों—एमवी-26 और राखेलगुड़ा—के बीच विवाद को उग्र कर दिया। आरोप-प्रत्यारोप के बीच दोनों गांवों में हिंसा भड़क उठी और कई घरों में आगजनी की घटनाएं सामने आईं।
हालात बिगड़ते देख पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी लगातार मौके पर कैंप कर रहे हैं और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।
प्रशासन का कहना है कि इंटरनेट बंद करना आवश्यक कदम है, ताकि किसी तरह की अफवाहें फैलकर माहौल को और भड़काने का जोखिम न बढ़े। हालांकि इससे स्थानीय लोगों को असुविधा हो रही है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह निर्णय कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अत्यंत जरूरी है।
