
जो लोग बैठे हैं उनमें कई लोगों को गलतफहमियां हैं: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “जो लोग बैठे हैं (दिल्ली के बॉर्डर पर) उनमें कई लोगों को गलतफहमियां हैं और वो लगभग किसान एक ही क्षेत्र से आते हैं। देश में दो बार उन्होंने भारत बंद का ऐलान किया लेकिन वो कहीं भी सफल नहीं हुए। उनके पास कोई तर्क नहीं है इसलिए वो चर्चा से भाग रहे हैं।”
किसान बैठें और हर कानून पर सरकार से चर्चा करें: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “पीएम समेत हम सब किसानों से अपील करना चाहते हैं कि बैठिए हर कानून पर हमारे साथ चर्चा कीजिए। देश में दो बार उन्होंने भारत बंद का ऐलान किया लेकिन वो कहीं भी सफल नहीं हुए। उनके पास कोई तर्क नहीं है इसलिए वो चर्चा से भाग रहे हैं।”
किसान बैठें और हर कानून पर सरकार से चर्चा करें: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “पीएम समेत हम सब किसानों से अपील करना चाहते हैं कि बैठिए हर कानून पर हमारे साथ चर्चा कीजिए। मैंने तो यह भी अनुरोध किया है कि आप कृषि विशेषज्ञों को लाना चाहते हैं तो उन्हें भी लेकर आइए। यह सरकार बातचीत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।”
पीएम मोदी में हिम्मत नहीं कि वो किसानों के आमने-सामने बात कर सकें: अधीर रंजन चौधरी
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “प्रदर्शनकारी किसानों के साथ आमने-सामने बात करने की हिम्मत मोदी जी में नहीं है। किसानों के बैंक खातों में 18,000 करोड़ रुपये सीधे हस्तांतरित होने की बात सरकार करती है। लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि बिचौलिए अभी भी मौजूद हैं और पूरी राशि किसानों तक नहीं पहुंचती है।”
किसानों की शंकाओं पर कम, विपक्ष पर ज्यादा निशाना साधते नजर आए PM! कृषि कानून की फिर की वकालत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त जारी की। इस दौरान एक बार फिर उन्होंने कृषि कानूनों पर बात की। अपने बयान में उन्होंने फिर साफ कर दिया कि उनकी सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी। पीएम मोदी ने कृषि कानूनों की वकालत करते हुए इसकी तारीफ की। किसानों की शंकाओं को दूर करने की बजाए पीएम मोदी ने उल्टे विपक्ष को जमकर निशाने पर लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के नाम पर अपने झंडे लेकर जो खेल खेल रहे हैं, अब उनको सच सुनना पड़ेगा। यह लोग अखबार और मीडिया में जगह बनाकर, राजनीतिक मैदान में खुद के जिंदा रहने की जड़ी-बूटी खोज रहे हैं। लेकिन देश का किसान उनको पहचान गया है। पीएम ने कहा, “जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते, वो यहां किसान के नाम पर देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं। ये दल मंडियों की बात कर रहे हैं और बड़ी-बड़ी हेडलाइन लेने के लिए भाषण दे रहे हैं।”
पीएम मीद ने कहा कि कुछ लोग ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि आपकी फसल का कोई कांट्रैक्ट करेगा तो जमीन भी चली जाएगी। इतना झूठ बोल रहे हैं।
पंजाब के पठानकोट-अमृतसर राष्ट्रीय मार्ग को जाम किया
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने पंजाब के पठानकोट-अमृतसर राष्ट्रीय मार्ग को जाम कर दिया है। बीजेपी की पूर्व विधायक सीमा देवी, गांव परमानंद में एक प्रोग्राम में शामिल होने आ रही थीं। इसके बाद किसान उनका घेराव करने पहुंच गए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों से कहा, इन कानूनों को एक या दो साल के लिए लागू होने दें
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों से कहा, “इन कानूनों को एक या दो साल के लिए लागू होने दें। इसके बाद अगर आपको लगता है कि यह कानून किसानों के पक्ष में नहीं हैं, तो मुझे यकीन है कि मुझे हमारे पीएम की मंशा पता है, हम इसमें सभी आवश्यक संशोधन करेंगे।”