
विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने विभागीय अधिकारियों, प्रधानाचार्यों व शिक्षकों से अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की परिकल्पना साकार करने को कहा है। अटल उत्कृष्ट स्कूलों का फीडबैक जानने के लिए रविवार को वर्चुअल माध्यम से आयोजित बैठक में मंत्री ने कहा कि संसाधन जुटाने के लिए सरकार प्रयासरत है। शिक्षक अपने स्तर से किसी तरह की गुंजाइश न छोड़ें।बैठक में शामिल प्रधानाचार्यों व अधिकारियों की मानें तो रामनगर में छात्राओं के धरने पर बैठने के प्रकरण को लेकर शिक्षा मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई। कक्षा नौ में ङ्क्षहदी माध्यम से प्रदेश नहीं देने के विरोध में छात्राओं ने धरना दे दिया था। स्कूलों ने छात्र संख्या बढऩे की बात कही। मंत्री ने अटल उत्कृष्ट स्कूलों के फीडर (आसपास) के प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूलों के बच्चों को अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के लिए तैयार करने के लिए प्रेरित करने की बात कही।
सरकार ने प्रत्येक ब्लॉक में दो अटल उत्कृष्ट स्कूल बनाए हैं। जहां कक्षा छह में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होगी, कक्षा नौ व 11 के लिए अंग्रेजी व हिंदी मीडियम का विकल्प रखा है। सरकार ने ऐसे विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद भर दिए हैं। कक्षा 11 में साइंस स्ट्रीम के शिक्षक भौतिक, रसायन, जीव विज्ञान, गणित, इंग्लिश आदि अंगे्रजी माध्यम से पढ़ा ले रहे, लेकिन इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र आदि को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाना मुश्किल हो रहा है।