नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में आयोजित भव्य राजकीय भोज ने भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर को और खास बना दिया। इस शाही दावत में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा करते हुए कार्यक्रम को “गर्मजोशी भरा और आत्मीय” बताया।
शशि थरूर ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा:
“शुक्रवार की रात राष्ट्रपति पुतिन के लिए राष्ट्रपति भवन में आयोजित भोज में शामिल हुआ। वहां माहौल बेहद गर्मजोशी भरा और आत्मीय था। वहां मौजूद कई लोगों से बातचीत करने का आनंद लिया, खासतौर पर रूसी प्रतिनिधिमंडल के साथी बेहद अच्छे थे।”
थरूर की यह टिप्पणी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज के एक दिन बाद सामने आई है। यह भोज भारत-रूस साझेदारी के 25 वर्षों को चिह्नित करने वाला एक महत्वपूर्ण आयोजन था।
शाही दावत में स्वागत भाषण देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पुतिन की यह यात्रा भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ का अहम पड़ाव है।
उन्होंने याद दिलाया कि इस साझेदारी की नींव अक्टूबर 2000 में पुतिन की पहली भारत यात्रा के दौरान पड़ी थी।
राष्ट्रपति ने भारत-रूस “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” को मजबूत करने में पुतिन के समर्थन और व्यक्तिगत प्रतिबद्धता की सराहना की।
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, मुर्मू ने कहा:
- “हमारी साझेदारी शांति और स्थिरता के प्रति साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है।”
- 2025 भारत-रूस संबंधों के लिए अत्यंत प्रगतिशील रहा है, जिसमें
- उच्च स्तरीय राजनीतिक संवाद,
- व्यापार और अर्थव्यवस्था,
- रक्षा,
- असैन्य परमाणु सहयोग,
- अंतरिक्ष,
- विज्ञान-प्रौद्योगिकी,
- शिक्षा, संस्कृति
- और जन-से-जन संपर्क
जैसे कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है।
दोस्ती आगे और मजबूत होगी—राष्ट्रपति मुर्मू
बयान में यह भी कहा गया कि दोनों नेताओं को भरोसा है कि दशकों पुरानी भारत-रूस मित्रता आने वाले वर्षों में और मजबूत होगी तथा वैश्विक मंच पर दोनों देशों की साझेदारी नई ऊँचाइयाँ छुएगी।
इस राजकीय भोज में
- उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन,
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,
- केंद्रीय मंत्री,
- वरिष्ठ अधिकारी
और अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल हुए।
इस भव्य आयोजन ने भारत और रूस की स्थायी साझेदारी और सामरिक गठजोड़ को एक बार फिर वैश्विक फोकस में ला दिया है।
