
केंद्र सरकार ने देश में नया GST 2.0 सिस्टम लागू कर दिया है, जिसका उद्देश्य टैक्स प्रणाली को सरल और आम जनता के लिए किफायती बनाना है। नए टैक्स स्लैब के तहत जरूरी सामानों पर टैक्स घटा दिया गया है, जबकि लक्जरी और हानिकारक वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाकर उनकी कीमतें महंगी कर दी गई हैं।
सरकार ने रोजमर्रा की जरूरी चीजों जैसे खाद्य तेल, आटा, दूध, पनीर, ब्रेड, दवाइयां, शैक्षिक सामग्री, और घरेलू सामानों की GST दरें कम की हैं। इससे महंगाई के इस दौर में आम परिवारों को राहत मिलने की उम्मीद है। 33 जीवन रक्षक दवाइयां और व्यक्तिगत स्वास्थ्य व जीवन बीमा पॉलिसी को भी GST मुक्त कर दिया गया है।
लक्जरी कारें, बड़ी SUV, 350cc से अधिक की मोटरसाइकिलें, कैसीनो, सट्टेबाजी, तंबाकू उत्पाद और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पर टैक्स बढ़ाकर 40% कर दिया गया है। इससे इन वस्तुओं की खपत पर रोक लगाने और राजस्व बढ़ाने की योजना है।
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि इस नए GST स्ट्रक्चर से न केवल टैक्स व्यवस्था अधिक पारदर्शी और सटीक होगी, बल्कि यह आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। साथ ही, गरीब और मध्यम वर्ग के लिए जरूरी वस्तुओं को सस्ता करके उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करना भी इसका लक्ष्य है।
आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सुधार व्यापार को आसान बनाएगा और उपभोक्ताओं के लिए आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कमी लाएगा। वहीं, बढ़े हुए टैक्स से हानिकारक और विलासिता से जुड़े उत्पादों का उपभोग कम होगा।
नए GST स्लैब लागू होने के बाद आम जनता को महंगाई में कमी की उम्मीद है, जबकि सरकार को स्थिर और अधिक राजस्व मिलेगा।