
कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिर भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद आवास पहुंचकर अपनी मां का आशीर्वाद लिया। मां ने उनकी आरती उतारी और उन्हें दुलारने के साथ ही फूल बरसाए। शाम को विधायक दल का नेता चुने जाने पर मां का आशीर्वाद लेने के लिए वह तकरीबन तीन घंटे बाद आवास पर पहुंच पाए।सोमवार शाम को धामी भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सीधे राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने राज्यपाल को सरकार बनाने संबंधी अनुरोध पत्र सौंपा।
इसके बाद वह कचहरी स्थित स्मारक गए, जहां उन्होंने राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले आंदोलनकारियों को नमन किया। यहां से वह केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से मिलने एक होटल पहुंचे और फिर उन्हें जौलीग्रांट एयरपोर्ट जाकर विदा किया। इस सबके बाद वह रात लगभग नौ बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। यहां बड़ी संख्या में समर्थक पहले से ही उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे।
आवास पर उनकी मां बिसना देवी, पत्नी गीता धामी और दोनों पुत्र मौजूद थे। मां और पत्नी ने धामी की आरती उतारी व उन पर फूल बरसाए। धामी ने भी पांव छूकर मां का आशीर्वाद लिया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विश्वास जताते हुए दोबारा भाजपा को दो-तिहाई बहुमत से सत्ता दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र की जो भी योजनाएं प्रदेश में चल रही है उन्हें शीघ्र पूरा किया जाएगा।
प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सियासी गलियारों में जारी हलचल के बीच चर्चाओं का बाजार भी गर्म रहा। राजनीतिक दलों के साथ आमजन भी इसी चर्चा में मशगूल रहे कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? शाम को पुष्कर सिंह धामी के फिर मुख्यमंत्री बनने की सूचना मिलने पर कयासबाजी पर ब्रेक लगा। हालांकि, इसके बाद भाजपा के इस फैसले पर चर्चा होने लगी।
अब मुद्दा बन गया कि पुष्कर को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने के क्या कारण रहे और कैसे अन्य दावेदारों पर वह भारी पड़े। वहीं, धामी के नाम का ऐलान होते ही भाजपाइयों व समर्थकों की ओर से महानगर कार्यालय से घंटाघर एवं चौराहों पर जमकर जश्न मनाया गया।उत्तराखंड में मौसम के साथ ही सोमवार को सियासी सरगर्मी भी पूरे सुरूर में दिखी। खासकर दून में बाजार से लेकर दफ्तर तक, नुक्कड़ से लेकर चौक तक, हर जगह एक ही चर्चा थी कि भाजपा विधायक दल की बैठक में क्या होगा? क्या भाजपा सांसद में से कोई मुख्यमंत्री बनेगा या फिर धामी को ही फिर कमान सौंपी जाएगी? नवनिर्वाचित विधायकों में से भी किसी को मुख्यमंत्री के लिए चयनित करने की कयासबाजी चलती रही।
हर कोई इन्हीं सवालों पर रायशुमारी में व्यस्त दिखा। नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर एक-दूसरे की नब्ज टटोलने के साथ सबके अपने दावे भी थे। इसके लिए लोग समाचार चैनल व इंटरनेट मीडिया के जरिये भी पल-पल की गतिविधि जानने के प्रयास करते रहे। प्रदेश हित में सबका यही मानना था कि दमदार व्यक्तित्व वाले चेहरे को मुख्यमंत्री के पद की कमान सौंपी जाए।भाजपा महानगर कार्यालय में भी इस पर चर्चा होती रही कि अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा। स्थिति स्पष्ट होने तक कार्यकर्त्ता भी अपने-अपने ‘चहेते’ नेता को मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने का दावा करते रहे। मंडल स्तर पर भी भाजपा कार्यालयों में यही हाल रहे।
शाम को जब भाजपा प्रदेश कार्यालय में पुष्कर सिंह धामी को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान हुआ तो कयासबाजी छोड़ जश्न का माहौल शुरू हो गया। भायजुमो ने महानगर कार्यालय में आतिशबाजी करने के साथ ही मिठाई बांटी। वहीं, महिला मोर्चा ने भी मिष्ठान वितरण कर एक-दूसरे को बधाई दी। कार्यकर्त्ताओं ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी के रूप में प्रदेश को फिर युवा मुख्यमंत्री मिला है। इससे युवाओं में एक नई ऊर्जा का संचार होगा।
नए मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री व मसूरी विधायक गणेश जोशी के आवास पर देर शाम जश्न मनाया गया। विधायक जोशी कार्यकर्त्ताओं के संग जमकर नाचे और अबीर-गुलाल उड़ा। इस दौरान कार्यकत्र्ताओं एवं स्थानीय नागरिकों को मिठाई भी बांटी गई।
पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री नाम की घोषणा होते ही हनुमत सेवा समिति, विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्त्ताओं ने घंटाघर पर आतिशबाजी की और मिष्ठान वितरण किया। इस अवसर पर बजरंग दल के प्रांत सप्ताहिक मिलन प्रमुख विकास वर्मा के साथ हनुमत सेवा समिति अध्यक्ष संदीप वाधवा, मनोज जुनेजा, विजय गुप्ता, सुमित वाधवा, मनोज कुमार, गौतम सलूजा, सोनू गुरुंग, संजय कुमार, सुनील वर्मा, अभिषेक वर्मा, अजय डोभाल आदि मौजूद रहे।