
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में कुंभ 2027 मेले की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि कुंभ से जुड़े सभी स्थायी एवं अस्थायी कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए और किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त न की जाए।
बैठक में उन्होंने नोडल अधिकारियों की तैनाती जल्द से जल्द सुनिश्चित करने को कहा ताकि कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग हो सके। सिंचाई विभाग को नहर बंदी के दौरान किए जाने वाले कार्यों को समय पर पूरा करने के साथ ही नहर बंदी की अवधि बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से संवाद तेज करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने रेलवे स्टेशनों के सौंदर्यीकरण को प्राथमिकता देने के साथ डीआरएम मुरादाबाद से शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध किया। जीआरपी थानों में मानक व्यवस्थाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा पुलिस और रेलवे विभाग को मिलकर यातायात योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए गए। इसके साथ ही पुलिस सर्विलांस सिस्टम और अस्थायी थानों की व्यवस्था को दुरुस्त करने पर भी बल दिया गया।
कुंभ मेले के दौरान घाटों की सफाई चुनौतीपूर्ण होने के कारण उन्होंने मुख्य घाटों की नियमित सफाई के लिए प्रभावी व्यवस्था बनाने को कहा। उन्होंने मेला क्षेत्र की आंतरिक सड़कों के निर्माण और मरम्मत कार्य नगर निगम के माध्यम से जल्दी शुरू करने के निर्देश भी दिए। साथ ही घाटों के सौंदर्यीकरण में ग्रीन स्पेस का समावेश आवश्यक बताया गया और महिला घाटों पर विशेष व्यवस्थाओं को अनिवार्य किया गया।
उन्होंने सभी विभागों को कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और थर्ड पार्टी क्वालिटी एश्योरेंस की व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में सचिव शैलेश बगोली, सचिव नितेश कुमार झा, एडीजी डॉ. वी. मुरूगेशन, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, आईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे, मेला अधिकारी श्रीमती सोनिका, सचिव सी. रविशंकर एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।