
पंतनगर (ऊधमसिंह नगर), 12 अक्टूबर 2025:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित 118वें अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा विकसित नवीन दलहनी फसलों की प्रजातियों का लोकार्पण और “पंतनगर प्रवाह” पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने मेले में लगे 400 से अधिक स्टॉलों, जिनमें से 200 से अधिक देश के विभिन्न राज्यों से आए कृषि स्टार्टअप्स और उद्योगों के थे, का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन किसानों, वैज्ञानिकों और उद्यमियों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को लाभकारी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है। इनमें प्रमुख हैं:
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (उत्तराखंड में 9 लाख किसानों को लाभ)
- फसल बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, मानधन योजना
- ब्याज मुक्त कृषि ऋण (₹3 लाख तक), अब सीमा बढ़ाकर ₹5 लाख
- 80% तक सब्सिडी पर फार्म मशीनरी, पॉलीहाउस निर्माण के लिए ₹200 करोड़ का प्रावधान
- नई बागवानी नीतियां (सेब, कीवी, मिलेट्स, ड्रैगन फ्रूट)
उन्होंने बताया कि 1000 करोड़ रुपये की लागत से वर्षा आधारित खेती के लिए “रेन-फेड फार्मिंग प्रोजेक्ट” लागू किया गया है। गेहूं व गन्ना किसानों को बोनस भी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता लागू की है। यह किसी धर्म के विरोध में नहीं, बल्कि सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने का संवैधानिक प्रयास है।
उन्होंने कहा कि दशकों तक राजनीतिक कारणों से इसे टाला गया, जबकि विश्व के कई देशों में यह पहले से लागू है। उन्होंने इसे महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समानता की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया।
मुख्यमंत्री ने कृषि वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि वे पारंपरिक कृषि विधियों पर भी अनुसंधान करें और अपनी नवीनतम तकनीकों को तेज़ी से किसानों तक पहुंचाएं।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की छात्राओं पूजा जोशी, नीति शर्मा, निधि अवस्थी तथा किसान संगठन की सीमा रानी ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने बताया कि इस वर्ष मेले में 507 स्टॉल लगाए गए हैं, और 20,000 से अधिक किसानों ने भाग लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कृषि विकास और इंटीग्रेटेड फार्मिंग को गति मिलने की बात कही।
कार्यक्रम में विधायक शिव अरोरा, त्रिलोक सिंह चीमा, सुरेश गाड़िया, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, जिलाधिकारी नितिन भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।